इस दिन से होगी शुरू, जानिए चारों धामों के कपाट खुलने की तिथि किस दिन होगी तय

Dehradun Milap : विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा 2025 इस बार 30 अप्रैल से ही शुरू हो जाएगी। गंगोत्री मंदिर समिति की ओर से हिंदू नववर्ष पर गंगोत्री धाम के कपाट खुलने व यमुनोत्री मंदिर समिति यमुना जयंती पर यमुनोत्री धाम के औपचारिक रूप से कपाट खुलने के समय व देवडोलियों के धाम पहुंचने के कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी।
धार्मिक परंपरा के अनुसार,अक्षय तृतीया पर दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा का शुभारंभ हो जाता है। इससे पूर्व दो फरवरी को बसंत पंचमी पर नरेंद्र राज दरबार में बदरीनाथ और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर पंचांग गणना से केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की जाएगी।
बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय करने के लिए दो फरवरी को 10:30 बजे से नरेंद्रनगर राजदरबार में धार्मिक समारोह शुरू होगा। विधिवत पूजा अर्चना व पंचांग गणना के पश्चात बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तिथि घोषित की जाएगी। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में पंचांग गणना के बाद रावल, धर्माधिकारी वेदपाठी तय करेंगे। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय करने के लिए दो फरवरी को 10:30 बजे से नरेंद्रनगर राजदरबार में धार्मिक समारोह शुरू होगा। विधिवत पूजा अर्चना व पंचांग गणना के पश्चात बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तिथि घोषित की जाएगी। इसी दिन तेल कलश गाडू घड़ा यात्रा की तिथि भी तय की जाएगी।
इसके लिए बीकेटीसी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इससे पहले 30 जनवरी को मंदिर समिति श्रीनृसिंह मंदिर ज्योतिर्मठ में डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत को तेल कलश गाडू घड़ा सौपेंगी। योगबदरी पांडुकेश्वर व श्रीनृसिंह मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद पंचायत के प्रतिनिधि घड़े को दो फरवरी को राजमहल के सुपुर्द किया जाएगा। इसी कलश में निर्धारित तिथि पर राजमहल से तिलों का तेल पिरोकर कपाट खुलने के दिन बदरीनाथ धाम पहुंचता है। उधर धामी सर​कार शीतकालीन चार धाम यात्रा पर फोकस कर रही है। शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी का फरवरी में मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा में कार्यक्रम प्रस्तावित है। इसको लेकर तैयारियां युद्ध स्तर पर जारी हैं।

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