Dehradun Milap : चार धाम के बाद अब हिंदू धार्मिक स्थलों पर रील बनाने पर रोक लगनी शुरू हो गई है। इसकी शुरूआत हरिद्वार से हो गई है। हरिद्वार में कई मंदिरों में रील बनाने पर रोक लग गई है।
मनसा देवी ट्रस्ट और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने भी मंदिर परिसर में रील बनाने पर रोक लगा दी है।
हरिद्वार हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों के लिए सबसे पवित्र और आस्था का केंद्र है। यहां साल भर श्रद्धालु पहुंचते हैं। जो कि मां गंगा के दर्शन के साथ ही मनसा, चंडी देवी समेत कई मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचते हैं। धीरे धीरे युवाओं और यूट्यूबर में इन जगहों को कैमरे में कैद करने का क्रेज बढ़ रहा है। इतना ही नहीं कई बार वीडियो के लिए खतरे से भी खेल जाता है। इससे एक तरफ जान जोखिम में पड़ जाती है। दूसरी तरफ दूसरे श्रद्धालुओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में चार धाम की तरह अब हरिद्वार में रील बनाने पर पाबंदी लगा दी गई है।
पहले श्रीगंगा सभा ने रील बनाने पर आपत्ति जताई वहीं अब मनसा देवी ट्रस्ट और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने भी मंदिर परिसर में रील बनाने पर रोक लगा दी है। जारी बयान में उन्होंने कहा कि यदि मंदिर परिसर में रील के चक्कर में अव्यवस्था फैलाने की कोशिश की गई तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
चारों धाम में व्यवस्थाएं सुधारने और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने 200 मीटर की रेंज में मोबाइल और 50 मीटर में वीडियोग्राफी के साथ रील बनाने पर रोक लगा दी है। माना जा रहा है कि ऐसे लोगों की वजह से भीड़ को व्यवस्थित करना आसान नहीं होता है। मोबाइल की वजह से मंदिर में काफी परेशानी हो रही है। साथ ही काफी अव्यवस्थाएं हो जाती है। दरअसल हर कोई अपनी बेहतर और अच्छी वीडियो बनाने के लिए आगे जाने की कोशिश में भी व्यवस्थाएं खराब हो जाती है।