Dehradun Milap : नगर निकाय चुनाव 2024 को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। हर कोई शहर की सरकार के इतिहास के बारे में जानने को इच्छुक है। हर निकाय अपने में कुछ खास रोचक तथ्य लेकर समेटे हुए हैं। इसी तरह का खास और रोचक जानकारी को समेटे हुए है नगर निगम का ऐतिहासिक भवन।
देहरादून का नगर निगम सबसे पुराना और सबसे बड़ा है। इस तरह से नगर निगम देहरादून कई तरह से ऐतिहासिक है। इसी तरह ऐतिहासिक है दून नगर निगम का मुख्य कार्यालय भवन। जो कि 102 साल पुरानी है। ये बिल्डिंग अंग्रेजों के जमाने में बनी है।
इस इमारत की खासियत ये है कि ये बिल्डिंग 102 साल का सफर पूरा करने वाली ये इमारत आज भी खास है। नगर निगम के इस भवन का निर्माण 1922 में किया गया था। इसके निर्माण में पत्थर और ईंटों का इस्तेमाल किया गया है।
102 साल पुराना भवन भवन
102 साल बाद भी मजबूत स्थिति में है और ये इमारत अपने आप में बेजोड़ कलाकृति का नायाब उदाहरण हैं। नगर निगम की ओर से इस भवन को कई बार मरम्मत भी किया गया। इसके साथ ही आसपास अब नए भवन भी तैयार कर लिए गए हैं।
दफ्तर म्युनिसपैलिटी दर्ज
नगर निगम की ये इमारत कितनी पुरानी है। इसके लिए इस पर दफ्तर म्युनिसपैलिटी आज तक अंकित नजर आ जाता है। इसमें वर्तमान में मेयर, मुख्य नगर आयुक्त समेत अन्य ऑफिस मौजूद हैं। हालांकि, इसी के बगल में दूसरा भवन बना हुआ है। जिसका निर्माण वर्ष 1937 में हुआ।
तीन बिल्डिंग का इतिहास
इस पर नगर पालिका देहरादून लिखा हुआ है। जबकि, तीसरा भवन 1938 में भगवान दास बैंक लिमिटेड ने अपने फाउंडर लाला स्व जुगमंदर दास की याद में बनाया गया, जिसमें ऐतिहासिक टाउन हॉल है।
निगम का इतिहास
साल 1998 में उत्तर प्रदेश सरकार ने देहरादून को नगर निगम घोषित किया था। 2000 में उत्तराखंड राज्य बनने के बाद देहरादून का नगर निगम का दर्जा खत्म हो गया था। साल 2003 में उत्तराखंड सरकार ने देहरादून को फिर से नगर निगम घोषित किया। जिसके बाद से अब तक चार बार चुनाव हो चुके हैं।