Dehradun Milap : एक तरफ बाघों को बचाने के लिए दुनियाभर में आज ‘इंटरनेशनल टाइगर डे मनाया जा रहा है, वहीं उत्तराखंड में बाघों का घऱ माने जाने वाले कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में एक बाघिन की मौत से हड़कंप है। बाघिन का शव ढेला रेंज में सावल्दे पुल के नीचे मिला है जिससे वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा है। बाघिन की उम्र दो साल के करीब बताई जा रही है।
शनिवार को सूचना मिली की सावल्दे नदी में एक बाघ का शव दिखा है। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कॉर्बेट पार्क के आलाधिकारियों ने शव को कब्जे में लेते हुए जांच की तो पाया कि मिला शव बाघिन का है, जिसकी आयु लगभग 2 वर्ष की बताई जा रही है। कॉर्बेट पार्क के निदेशक डॉ धीरज पांडे ने बताया कि प्रथम दृष्टया बाघिन की मौत आपसी संघर्ष में होना प्रतीत हुआ है, क्योकि बाघ के शरीर मे कई गहरे घाव के निशान मिले है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद सही कारणों का पता चलेगा। उन्होंने बताया कि इस बाघिन की चहलकदमी इस क्षेत्र में काफी लंबे समय देखी जा रही थी।
सबसे हैरानी की बात ये है कि इस वर्ष इंटरनेशनल टाइगर डे की मेजबानी कॉर्बेट प्रशासन कर रहा है। इस आयोजन पर रामनगर में केंद्रीय वन मंत्री के अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं देश के सभी टाइगर रिजर्व के आला अधिकारी प्रतिभाग करेंगे। लेकिन आयोजन स्थल के करीब ही बाघिन की मौत से कॉर्बेट प्रसासन पर सवालिया निशान उठ रहे हैं।