Dehradun Milap : श्रीनगर गढ़वाल से देहरादून न्यू ईयर मनाने आए अमित अपने दोस्तों के साथ दून में फंस गए हैं। अब सभी को हड़ताल खुलने का इंतजार है। दोस्तों के साथ थर्टी फस्ट मनाने के बाद 1 तारीख को तो किसी तरह मैनेज कर लिया, लेकिन अब तीन दिन देहरादून में रूकने का इंतजाम और ऑफिस में छुट्टी मिलनी मुश्किल है। जिस वजह से सभी परेशान हो रहे हैं।
उत्तराखंड में भी हिट एंड रन कानून के विरोध में ड्राइवरों की हड़ताल दूसरे दिन जारी है। इस बीच नए साल का जश्न मनाने देहरादून आए कई लोग यहीं फंस गए हैं। जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। पहाड़ों को जाने वाले बसें, टैक्सी न चलने से लोगों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कई लोग नए साल में जश्न के साथ नई शुरूआत करने की सोच कर निकले थे लेकिन क्या पता था कि नए साल की शुरूआत में ही कई मुसीबतें एक साथ आ गई। कई लोग अपने गंतव्य को नहीं जा पा रहे हैं। देहरादून में रूकना, खाने पीने का खर्चा कम से कम 2 हजार रुपए अतिरिक्त खर्चा हो रहा है। जिस वजह से लोगों को हड़ताल से काफी परेशानी हो रही है। उत्तराखंड में भी नए साल के पहले दिन से ही लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी है। प्रदेशभर में ड्राइवर यूनियन की ओर से 1 जनवरी से लेकर 3 जनवरी तक हड़ताल जारी है। बता दें कि केंद्र सरकार के वाहन से दुर्घटना होने पर चालक को 10 वर्ष का करावास और पांच लाख अर्थदंड वसूलने के नए प्रावधान के विरोध में ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट यूनियन कांग्रेस ने तीन दिनी देशव्यापी हड़ताल का एलान किया है। जिसका महासंघ टैक्सी यूनियनसमेत कई यूनियन समर्थन में उतरे हुए हैं। यहां तक की रोडवेज बसें भी नहीं चल रही हैं। जिससे आवागमन पर ब्रेक लगा हुआ है।