Dehradun milap : शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरी. इतना ही नहीं, उन्होंने बेंगलुरु स्थित एचएएल यानी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड फैसिलिटी का दौरा भी किया. बता दें कि तेजस भारत द्वारा विकसित किया जा रहा एक हल्का व कई तरह की भूमिकाओं वाला जेट लड़ाकू विमान है. यह हिन्दुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड द्वारा विकसित एक सीट और एक जेट इंजन वाला, अनेक भूमिकाओं को निभाने में सक्षम एक हल्का युद्धक विमान है. यह बिना पूंछ का, कम्पाउण्ड-डेल्टा पंख वाला विमान है.
दरअसल, भारतीय वायु सेना ने हाल ही में 12 एडवांस्ड Su-30MKI लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए राज्य के स्वामित्व वाली HAL को एक निविदा जारी की है. एएनआई ने पहले रक्षा सूत्रों के हवाले से कहा था कि हाल ही में 12 Su-30MKI लड़ाकू विमानों को खरीदने के लिए एचएएल को एक टेंडर जारी किया गया है, जिसका निर्माण एचएएल द्वारा रूसी मूल उपकरण निर्माताओं के साथ साझेदारी में भारत में किया जाएगा. उन्होंने कहा था कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी को अगले महीने तक परियोजना के विवरण के साथ अन्य विवरणों के साथ निविदा का जवाब देने की उम्मीद है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रक्षा उत्पादों के स्वदेशी उत्पादन पर जोर दे रहे हैं और उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला है कि कैसे उनकी सरकार ने भारत में उनके विनिर्माण और उनके निर्यात को बढ़ावा दिया है. बता दें कि कई देशों ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस को खरीदने में रुचि दिखाई है और अमेरिकी रक्षा दिग्गज जीई एयरोस्पेस ने प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान Mk-II-तेजस के लिए संयुक्त रूप से इंजन बनाने के लिए एचएएल के साथ एक समझौता किया था.
वहीं, देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अप्रैल में कहा था कि वित्त वर्ष 2022-2023 में भारत का रक्षा निर्यात ₹15,920 करोड़ के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा था कि यह देश के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है.