Dehradun Milap : अयोध्या में बनें राम मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ हो रही है। मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होने के कारण मंदिर में एंट्री बंद कर दी गई। श्रद्धालुओं को राम मंदिर की प्रवेश द्वार पर रोका जा रहा है क्योंकि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की बहुत अधिक भीड़ हो गई है। मंदिर की गर्भ ग्रह में श्रद्धालुओं का तांता लगातार लगा हुआ है। बता दें कि 22 जनवरी को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर का उद्घाटन किया है जिसके बाद श्रद्धालु श्री राम लला के दर्शन करने के लिए उतावले हो रहे थे। यही कारण है कि मंदिर के गर्भ गृह में श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई है। राम मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी अधिक हो गई है कि पुलिस प्रशासन को भीड़ को मैनेज करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पैरा मिलीट्री फोर्स को भी रामलला के मंदिर के बाहर व्यवस्था करने के लिए लगाया गया है। मंदिर में भीड़ इतनी अधिक थी की प्रवेश बंद किया गया। मगर इस दौरान बाहर निकलने का रास्ता खुला हुआ था।
आम जनता के लिए मंदिर के लिए मंदिर के द्वार 23 जनवरी से खोले गए हैं। रामलला के दर्शन करने के लिए मंगलवार की सुबह से ही लोग मंदिर के बाहर लाइन लगाकर खड़े हुए थे। राम मंदिर के आम जनता के लिए खुलते ही श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब भी मंदिर में देखने को मिल रहा है। आलम ये रहा कि सुबह 10 से 11 बजे के दौरान मंदिर में भक्तों की भीड़ बेहद अधिक हो गई। ऐसे भी मंदिर में भक्तों की एंट्री को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया है। श्रद्धालुओं को काबू में करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स के सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है। अतिरिक्त पुलिस बल की भी मदद ली गई है ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ को काबू में किया जा सके। प्रवेश द्वार पर श्रद्धालुओं ने मीडिया को बताया कि रामलला के दर्शन करने के लिए इंतजार करना पड़े तो इसमें भी कोई शिकायत हमें नहीं होगी।
श्रद्धालुओं का कहना है कि अगर हम शांति से चलेंगे तो हमें एंट्री जल्दी मिल जाएगी। बता दें कि मंदिर में एंट्री के लिए लंबी कतार लगी हुई है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन भी लगातार इंतजाम करने में लगा हुआ है। गौरतलब है कि सोमवार को जब श्री रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की गई तो इस मौके पर देश भर में उत्सव का माहौल बना रहा। देश भर में विभिन्न मंदिरों में भगवान राम को समर्पित गीत और भजन सुनाए गए। इस दौरान विशेष पूजा अर्चना भी की गई। देशभर में बड़े स्तर पर भंडारों का भी आयोजन हुआ।