Dehradun Milap : केंद्र की मोदी कैबिनेट ने एक देश एक चुनाव के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। एक देश एक चुनाव पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में गठित कमेटी की रिपोर्ट के बाद प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दी है।
केंद्र सरकार के इस फैसले को लेकर कई तरह की मिली जुली प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इसे बहुप्रतीक्षित एवं ऐतिहासिक कदम बताया है।
उत्तराखंड के सीएम धामी ने फेसबुक एवं एक्स के माध्यम से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारतीय लोकतंत्र को और अधिक सशक्त और प्रभावी बनाने की दिशा में ‘एक देश – एक चुनाव’ के प्रस्ताव को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृत किया जाना स्वागत योग्य निर्णय है। ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ से चुनावों के दौरान खर्च होने वाले सरकारी धन व समय की बचत होगी एवं इसका उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढाँचे जैसे विकास कार्यों में अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकेगा।
‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ के फैसले को लेकर आम लोगों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं। देहरादून के व्यापारी वर्ग इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं तो कुछ लोगों का कहना है इसे पहले ही लागू किया जाना चाहिए था। योगाचार्य आचार्य विपिन जोशी ने मोदी कैबिनेट के इस फैसले का स्वागत करते हुए इसे आम लोगों के हित में लिया जाने वाला कदम बताया है। युवा व्यापारी दिव्य सेठी का कहना है कि एक साथ चुनाव कराने से देश का काफी पैसा बचेगा। पुरोहित और आचार्य नरेशानंद नौटियाल का कहना है कि केंद्र सरकार ने ये फैसला जम्मू कश्मीर और हरियाणा के इलेक्शन के बीच क्यों लिया। अगर सरकार को ये फैसला लेना था तो पहले ही लेना चाहिए था। भाजपा नेता कमलेश रमन ने इसे पीएम मोदी के जन्म दिन पर देश को सबसे बड़ा तोहफा बताया है।