Dehradun Milap : उत्तराखंड में आसमान से बरसी बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। एक तरफ बारिश से गर्मी और वनाग्नि से राहत मिली तो दूसरी तरफ पहाड़ों में बारिश मुसीबत बनकर आई।
खासकर कुमाऊं में बारिश आसमानी आफत बनकर आई। अल्मोड़ा के सोमेश्वर में बुधवार रात हुई मूसलाधार बारिश के कारण कई घरों में मलबा घुसने की सूचना है।
स्थानीय लोगों का दावा है कि बादल फटने से ये नुकसान हुआ है। बादल फटने के कारण कई घरों में पानी घुसने की जानकारी है। अल्मोड़ा सोमेश्वर मे बादल फटने से सोमेश्वर के चनौदा में खूब तबाही मची है। गाड़ियों के भी मलबे में दबने की खबर है। बोल्डर और मलबा आने से अल्मोड़ा-कौसानी राजमार्ग बन्द हो गया। इससे सैकड़ों लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। करीब आधे घंटे तक हुई तेज बारिश से लोगों में अफरा तफरी का माहौल बना रहा। अल्मोड़ा और बागेश्वर जिलों में देर रात भारी बारिश और बादल फटने की घटनाएं होने की सूचनाएं हैं।
बागेश्वर के कपकोट में बादल फटने के कारण कई घरों में मलवा घुस गया। अल्मोड़ा- बागेश्वर जिले को जोड़ने वाला हाईवे भी बंद हो गया। घटना से ग्रामीण रात भर दहशत में रहे।
मूसलाधार बारिश से साईं और कोसी नदी भी उफान पर आ गई। बादल फटने की सूचना पर प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। पहली ही बारिश में बागेश्वर नगर और कपकोट नगर क्षेत्र में जगह जगह सड़कें बंद हुई हैं। कई जगह घरों में पानी और मलबा घुसा है। गोगिना में बिजली गिरने से 121 बकरियों की मौत भी हो गई है। गढ़वाल मंडल में भी बारिश से भूस्खलन हुआ है। ऋषिकेश-बदीरनाथ नेशनल हाईवे पर सिरोबगड़ में देर रात हुई भारी बारिश से मलबा आ गया। इस कारण रात भर नेशनल हाईवे बंद रहा। 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद नेशनल हाईवे को यातायात के लिए सुचारू किया जा सका। बारिश से जंगल की आग बुझने से वन विभाग ने जरुर राहत की सांस ली है।