Dehradun Milap : उत्तराखंड बोर्ड का परीक्षा परिणाम आ चुका है। इस वर्ष हाईस्कूल का परिणाम 90.77 प्रतिशत जबकि इंटरमीडिएट का परीक्षाफल 83.23 प्रतिशत रहा। इस तरह हाईस्कूल में 10 हजार और इंटरमीडिएट में 18 हजार परीक्षार्थी फेल हुए हैं। लेकिन जो छात्र बोर्ड परीक्षाओं में फेल हो गए हैं, उन्हें निराश होने की आवश्यकता नहीं है।
ऐसे छात्रों को पास होने का मौका दिया जाएगा। हाईस्कूल में दो विषय में एवं इंटरमीडिएट में एक विषय में फेल छात्र-छात्राओं को उत्तीर्ण होने के लिए तीन मौके दिए जाएंगे। फेल विद्यार्थियों को तीन बार परीक्षा में बैठने का अवसर मिलेगा।
पहली बार परीक्षा इसी वर्ष जुलाई माह में कराई जाएगी। इसके लिए परिषद इसी महीने फेल हुए छात्रों से परीक्षा फार्म भरवाएगा। छात्र अंक सुधार के लिए भी परीक्षा दे सकते हैं। छात्रों को यह सुविधा भी दी जाएगी कि वे अंक सुधार के लिए भी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। जो छात्र पास हो चुके हैं लेकिन अपने अंकों में सुधार करना चाहते हैं, वे भी इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं। फेल छात्रों के लिए सुनहरा मौका है, जिससे वे अपना साल बचा सकते हैं। विद्यालयी शिक्षा परिषद ने सभी संबंधित विद्यालयों को निर्देश जारी किए हैं कि वे फेल छात्रों को इस योजना की जानकारी समय पर दें और फॉर्म भरवाने की प्रक्रिया में सहायता करें, ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी इसका लाभ उठा सकें।
उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में इस साल कुल 28 हजार छात्र फेल हो गए। इनमें से हजारों छात्रों को उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर की ओर से उत्तीर्ण होने के लिए एक नहीं बल्कि तीन मौके दिए जाएंगे।
इंटरमीडिएट परीक्षा में इस साल 106345 और हाईस्कूल में 1098559 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। हाईस्कूल में दो विषय में एवं इंटरमीडिएट में एक विषय में फेल छात्र-छात्राओं को उत्तीर्ण होने के लिए तीन मौके दिए जाएंगे। फेल छात्रों से इसी महीने परीक्षा फार्म भरवाए जाएंगे। जिनकी जुलाई में परीक्षा होगी। इसके बाद दूसरा मौका 2026 की मुख्य परीक्षा के दौरान और तीसरा मौका इस परीक्षा के बाद दिया जाएगा।