Dehradun Milap : ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेललाइन परियोजना में बड़ी सफलता हाथ लगी है। नरकोटा-सुमेरपुर 9.4 किलोमीटर मुख्य सुरंग का फाइनल ब्रेक थ्रू कर दिया गया है। नरकोटा से सुमेरपुर के बीच छोटी-बड़ी कुल 20 किलोमीटर सुरंग का निर्माण किया गया है।
छोटी सुरंग का दो महीने पहले ब्रेक थ्रू किया गया था, जबकि 9.4 किलोमीटर मुख्य टनल का बीती रात को सफलता पूर्वक ब्रेक थ्रू किया गया है। इस सुरंग पर मेगा कंपनी ने जून 2021 में कार्य शुरू किया था। नरकोटा से सुमेरपुर के बीच ब्रेक थ्रू का काम फाइनल हो गया है।
ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के निर्माण में लगी एलएनटी पैकेज टू की टीम ने व्यासी से शिवपुरी के बीच एस्केप टनल 3 का ब्रेकथ्रु सफल तरीके से कर दिया है। जिसके बाद व्यासी से शिवपुरी तक 12 किमी लंबी एस्केप टनल पूरी तरह आरपार हो गया है। ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना में श्रीनगर के नीचे से गुजरने वाली रेलवे टनलों का काम अब अपने अंतिम दौर में पहुंच गया है। श्रीनगर के नीचे से लगभग 9 किलोमीटर की मेन टनल गुजर रही है इसकी शुरुआत जीएनटीआई ग्राउंड से होती है। ये डुंगरीपंथ धारी देवी रेलवे स्टेशन पर खत्म होती है। इसके निर्माण में करीब 2 सौ मीटर शेष है. इसका ब्रेकथ्रू आने वाले दिसम्बर माह में होना प्रस्तावित है। इसके बाद मेन टनल में पटरी बिछाने का काम शुरू होगा। साथ में प्रस्तावित तीन रेलवे स्टेशनों का काम शुरू कर दिया जाएगा।
ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के बीच 125 किलोमीटर रेल लाइन परियोजना का निर्माण कार्य चल रहा है। परियोजना के तहत सुरंग निर्माण के कार्य को दस अलग-अलग पैकेजों में बांटा गया है। पैकेज-6, श्रीनगर जीएन आईटीआई मैदान से डुंगरीपंथ धारी देवी स्टेशन यार्ड तक है।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग परियोजना की सुरंग संख्या 11 की कुल लंबाई 9.05 किमी है, यह सुरंग श्रीनगर व डुगरीपंथ को जोड़ती है। मुख्य सुरंग का दो चरणों में और एस्केप टनल तीन चरणों में ब्रेकथ्रू हुआ है। मुख्य टनल का अंतिम 3.3 किमी का ब्रेकथ्रू दिसंबर माह में प्रस्तावित है, इसके बाद मुख्य सुंरग भी श्रीनगर से डुगरीपंथ तक पूरी तरह आर पार हो जायेगी।