Dehradun milap : केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई को सुबह साढ़े 6 बजे खुलने जा रहे हैं। इससे पहले 9 मई को बाबा केदार की पंचमुखी चल उत्सव विग्रह डोली अपने धाम पहुंचेंगे। आज डोली अपने अंतिम पड़ाव गौरीकुंड में विश्राम करेगी।
इस बार केदारनाथ धाम के लिए अब तक 7 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं। ऐसे में बीकेटीसी ने बाबा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के लिए प्लानिंग तैयार कर ली है।
केदारनाथ में एक घंटे में 1 हजार 400 श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जाएंगे। कपाटोद्घाटन के दिन से मंदिर को 13 से 15 घंटे तक मंदिर खुला रखा जाएगा, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग दर्शन कर सके। श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने यात्राकाल के दर्शन की प्लानिंग तैयार कर ली है। यात्रा के लिए छह मई तक 7,24,154 यात्री पंजीकरण करवा चुके हैं। इसे देखते हुए श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने धाम में ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की योजना बनाई है।
केदारनाथ मंदिर सुबह पांच से दोपहर दो बजे तक और उसके बाद शाम चार से छह बजे तक ही खुला रहता है। छह बजे बाबा की आरती के बाद श्रद्धालु बाहर से ही शृंगार दर्शन करते हैं और मंदिर में नहीं जा सकते। लेकिन जब श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है तो कई बार मंदिर समिति लंबे समय तक दर्शन कराती है।
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल उत्सव विग्रह डोली ने आज बुधवार को फाटा से अंतिम पड़ाव गौरीकुंड के लिए प्रस्थान किया। जहां पर बाबा केदार गौरी माई से भेंट करेंगे। केदारनाथ की पंचमुखी चल उत्सव विग्रह डोली मंगलवार को अपने दूसरे पड़ाव फाटा पहुंची थी। यहां से आज बाबा केदार की डोली अपने अंतिम पड़ाव गौरीकुंड पहुंचेगी। सुबह 8.45 बजे बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने विश्वनाथ मंदिर से अपने धाम के लिए प्रस्थन किया। नाला, नारायणकोटी, मैखंडा होते हुए बाबा केदार की पंचमुखी चल उत्सव विग्रह डोली दोपहर बाद अपने दूसरे पड़ाव फाटा पहुंची। यहां पर पारंपरिक वाद्य यंत्रों और वेद मंत्रोच्चार के बीच भक्तों ने डोली का स्वागत किया।