Dehradun Milap : चमोली बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जोशीमठ जोगीधारा के पास भारी लेंडस्लाइड होने से करीबन 50 मीटर हाईवे पर पहाड़ी से चट्टान टूट कर आ गिरीं, जिससे यातायात रोक दिया गया है. हाइवे पर गिरी चट्टान काफी बड़ी हैं. जिन्हें हटाने में दो-तीन दिन का समय लग सकता है. मौके पर मौजूद बीआरओ के इंजीनियर का कहना है कि चट्टान को हटाने में काफ़ी समय लग सकता है, बिना बलास्ट किए इसे हटाना भी संभव नहीं है. वहीं हाईवे के दोनों साइड बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब आने जाने वाले यात्रियों की गाड़ियों की लंबी क़तार लगी हुई है. हाईवे के दोनों साइड से हजारों यात्री फंसे हुए हैं.
चार दिन से लगातार बारिश
उत्तराखंड में पिछले चार दिनों से हो रही लगातार बारिश रुक गई है, लेकिन जगह-जगह जलभराव, बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति है. सड़कों और कॉलोनी में पानी भर गया है. अब बीमारियों के पैदा होने का खतरा बढ़ गया है. मलेरिया डेंगू और अन्य बीमारियां ना पनप सकें इसको देखते हुए नगर निगम सबसे पहले जल भरा वाले इलाकों से पानी को बाहर निकाल कर डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियों की रोकथाम करने वाली दवाओं का छिड़काव करेगा. हल्द्वानी शहर के अलग-अलग इलाकों में अभी कई जगह जलभराव है जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. नगर आयुक्त हल्द्वानी के मुताबिक नहरों की सफाई का काम अभी जारी है, आने वाले दिनों में बारिश के चलते नहरों का पानी रुक ना जाए इसके लिए जगह-जगह सफाई अभियान चलाया जा रहा है.
जन-जीवन अस्त-व्यस्त
कुमाऊ में हुई भारी बारिश से जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार की सुबह हल्द्वानी पहुंचे जहां उन्होंने अतिवृष्ट से हुए नुकसान का जायजा लिया. सीएम धामी ने डीएम और अन्य अधिकारियों से नुकसान के बारे में जानकारी ली और पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सबसे पहली प्राथमिकता पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाना है, इसके अलावा जितनी भी सड़कें भारी बारिश की वजह से बंद हैं उनको खोलना हमारी प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता यही है कि भारी बारिश के चलते जो जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है वह किसी भी तरह पटरी पर लौटे.