Dehradun Milap : प्रदेश के 942 स्कूल भवनों की हालत जर्जर होने से हादसों का खतरा बना है। कुछ की छत टपक रही है, तो कुछ की छत में पानी जमा है। स्कूलों में सुरक्षा दीवार भी नहीं है। इससे भूस्खलन का भी डर बना है। गर्मियों की छुट्टियों के बाद आज मंगलवार से स्कूल खुल रहे हैं।
प्रदेश में बरसात के दौरान छात्र-छात्राएं डर के साए में पढ़ने को मजबूर हैं। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र रावत के मुताबिक देहरादून जिले के रायपुर, विकासनगर, चकराता और कालसी में कुछ स्कूल जर्जरहाल हैं। इसके अलावा नगर क्षेत्र के कुछ स्कूल परिसरों में जलभराव की समस्या बनी है।
इन जिलों में इतने स्कूल भवन जर्जर हाल
जिला | स्कूल |
अल्मोड़ा | 135 |
बागेश्वर | 06 |
चमोली | 18 |
चंपावत | 16 |
देहरादून | 84 |
हरिद्वार | 35 |
नैनीताल | 125 |
पौड़ी | 107 |
पिथौरागढ़ | 163 |
रुद्रप्रयाग | 34 |
टिहरी | 133 |
ऊधमसिंह नगर | 55 |
उत्तरकाशी | 12 |
छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए महानिदेशक ने दिए निर्देश
शिक्षा महानिदेशक दीप्ति सिंह ने सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। शिक्षा महानिदेशक ने कहा, छात्र-छात्राओं को जीर्ण-शीर्ण भवन, कक्ष या दीवार की ओट में न बैठाया जाए। स्कूल के आस-पास बरसाती नाला हो तो बरसात के समय छात्र-छात्राओं के विद्यालय आने-जाने के लिए विशेष सावधानी बरती जाए। वहीं, स्कूल परिसर में पानी एकत्र न होने दें।