नीट यूजी परीक्षा की कैसे करें तैयारी? चार मई को एग्जाम

Dehradun Milap : बारहवीं के बाद कई छात्रों का सपना डॉक्टर बनने का होता है। हालांकि, एमबीबीएस के लिए किसी अच्छे मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेना डॉक्टर बनने का पहला चरण होता है। इसके लिए अभ्यर्थियों को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट यानी नीट की परीक्षा में सफलता हासिल करनी होती है।

चार मई, 2025 को आयोजित होने वाली इस परीक्षा में महज दो महीने ही शेष हैं। इस साल परीक्षा में प्रश्नों की कुल संख्या एवं समय-सीमा में बदलाव किया गया है।

नीट 2025 की तैयारी कैसे करें?

नीट परीक्षा में प्रतिस्पर्धा के स्तर को ध्यान में रखते हुए, छात्रों के लिए परीक्षा के पाठ्यक्रम और और पैटर्न को अच्छी तरह से समझना अनिवार्य हो जाता है। छात्रों को अधिकतम आउटपुट के लिए पाठ्यक्रम को  कवर करने और संशोधन करने के लिए एक प्रभावी नीट 2025 रणनीति अपनानी चाहिए।

नीट परीक्षा पैटर्न को समझें

इस परीक्षा में सफलता के लिए तैयारी शुरू करने से पहले आपको इसके बदले पैटर्न और सिलेबस की पूरी जानकारी होनी चाहिए। इस वर्ष परीक्षा में कुल 180 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे एवं सभी सवालों का जवाब देने के लिए 180 मिनट (तीन घंटे) का समय मिलेगा। इसके साथ ही नीट परीक्षा से सेक्शन बी को हटा दिया गया है। नीट परीक्षा में रसायन विज्ञान तथा भौतिकी विषय के 45-45 प्रश्न होंगे तथा जीवविज्ञान विषय के 90 प्रश्न होंगे। रिवीजन करते हुए महत्वपूर्ण सूत्रों और अवधारणाओं के छोटे-छोटे नोट्स बनाएं।

टाइम मैनेजमेंट के साथ बनाएं स्टडी की योजना

किसी भी एग्जाम में सफलता पाने के लिए टाइम को मैनेज करना बहुत जरूरी है. नीट 2025 में अच्छा स्कोर करने के लिए आपको अपने शेड्यूल और लक्ष्यों के अनुरूप अध्ययन की योजना बनानी होगी. अपने समय को अलग-अलग विषयों में डिवाइड करें और टाॅपिक या सब्जेक्ट के हिसाब से समय आवंटित करें.

गलतियों पर काम करें

परीक्षा में नकारात्मक अंकन का भी प्रावधान है। भले ही आप गलती से अधिक प्रश्नों के सही उत्तर दे दें, फिर भी नकारात्मक अंकन आपके स्कोर को प्रभावित कर सकता है। इसलिए जितना संभव हो सके गलत उत्तर देने से बचें। इसका सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपनी गलतियों पर अधिक से अधिक काम करें।

पिछले वर्षों के नीट प्रश्न पत्रों का अभ्यास करें
यह एक प्रसिद्ध कहावत है, ”जितना अधिक आप अभ्यास  करेंगे उतना बेहतर होंगे।” उम्मीदवारों को अपनी गति और सटीकता में सुधार के लिए नीट पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को पढ़ने से मेडिकल उम्मीदवारों को नीट परीक्षा पैटर्न, अध्यायवार वेटेज की जानकारी और महत्वपूर्ण विषयों की पहचान करने में मदद मिलती है। यह महत्वपूर्ण विषयों पर आवश्यक तैयार के स्तर के बारे में भी स्पष्ट जानकारी देता है। इसके अलावा, पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल करने से समय प्रबंधन कौशल विकसित होता है और यह बेहतर समझ मिलती है कि किन प्रश्नों का उत्तर पहले देना है और किन का बाद में देना है।

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