देहरादून मिलाप : उत्तराखंड में आखिरकार मौसम ने करवट ली है। उत्तरकाशी समेत प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई है। जिससे पहाड़ से लेकर मैदान तक तापमान गिरने से ठिठुरन बढ़ गई है। रविवार दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदलने से चारों धामों सहित हर्षिल घाटी में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है।
चकराता में भी सीजन की पहली बर्फबारी हुई। जिससे पर्यटकों और व्यवसायियों के चेहरे खिल उठे हैं। बता दें कि मौसम विभाग ने 8 और 9 दिसंबर को प्रदेश में मौसम बदलने की संभावना जताई थी। जिसमें ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने के आसार जताए थे।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही साबित हुई। रविवार दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदला और हर्षिल घाटी में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। इस साल बारिश और बर्फबारी का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। दशहरे से मौसम के न बदलने से किसान, व्यवसायियों और पर्यटकों में मायूसी थी। लेकिन अब सीजन की पहली बर्फबारी से राहत की सांस ली है। गंगोत्री धाम के तीर्थपुरोहित राजेश सेमवाल ने बताया कि गंगोत्री व हर्षिल घाटी में बर्फबारी हुई है। साथ ही मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा में भी हिमपात हुआ है। यमुनोत्री धाम व शीतकालीन प्रवास खरसाली में भी हिमपात हुआ है। जबकि निचले इलाकों में बारिश हो रही है।
केदारनाथ, मद्महेश्वर, तुंगनाथ सहित अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रविवार को दोपहर बाद मौसम बदला और देर शाम को बर्फबारी शुरू हो गई। धाम में अधिकतम तापमान माइनस 8 और न्यूनतम माइनस 11 डिग्री सेल्सियस चल रहा है।
बदरीनाथ के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रविवार को देर शाम बर्फबारी हुई, जबकि निचले इलाकों में बूंदाबांदी होने से कड़ाके की ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। पहाड़ों की रानी मसूरी में रविवार को दोपहर बाद मौसम ने करवट ली और शहर में ठंडी हवा के साथ घने बादल छा गए। इससे शहर में कड़ाके की ठंड हो गई।