हिमस्खलन की घटना के साल बाद मिला बर्फ में दबा लापता पर्वतारोही का शव

Dehradun milap : देवभूमि उत्तराखंड स्थित द्रौपदी का डांडा में एक साल पहले शिखर आरोहण के दौरान हुए हिमस्खलन में प्राण गंवाने वाले पर्वतारोहियों की संख्या अब बढ़कर 28 हो गई है। इस हादसे में 27 पर्वतारोहियों के शव बरामद किये गए थे, जबकि दो अभी तक लापता थे। अब इन दो पर्वतारोहियों में से एक का शव बीते गुरुवार को बरामद हुआ है।

उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा-2 में हुए हिमस्खलन हादसे के एक साल बाद गुरुवार (4 अक्टूबर 2023) को एक लापता पर्वतारोही का शव बरामद हुआ है, जबकि दूसरा पर्वतारोही अब भी लापता है। शव को उत्तरकाशी तक पहुंचाने के लिए नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने सेना और वायुसेना से अनुरोध किया है।
बता दें, पिछले साल चार अक्तूबर 2022 के दिन नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के 34 प्रशिक्षुओं का दल द्रौपदी का डांडा-2 शिखर आरोहण के दौरान हिमस्खलन की चपेट में आ गया था, जिसमें कुल 27 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, दो लोग उत्तराखंड से नौसेना में नाविक विनय पंवार व हिमाचल निवासी लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक वशिष्ट लापता चल रहे थे। गुरुवार को मिले शव की पहचान नाविक विनय पंवार के रूप में हुई है।

उत्तरकाशी ने सविता और नौमी को खोया था

हादसे में उत्तरकाशी जनपद ने एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल व पर्वतारोही नौमी रावत को खोया था। दोनों प्रशिक्षुओं के दल में बतौर प्रशिक्षक शामिल थी। जिनकी मौत की खबर ने उनके परिवार सहित जिले को कभी न भूलने वाला गम दिया। सविता ने बहुत कम समय में पर्वतारोहण के क्षेत्र में बड़ा मुकाम हासिल कर लिया था

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