Dehradun Milap : श्रद्धाभाव के साथ बुधवार को श्री झंडे जी का आरोहण किया जाएगा। इसके साथ ही रामनवमी तक चलने वाला मेला शुरू हो जाएगा। इसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है।
सोमवार को बड़ी संख्या में संगत ने श्री झंडे जी पर मत्था टेका। आज मंगलवार को नई संगत को नामदान और गुरुमंत्र दिया जाएगा। दून में बुधवार को दोपहर में श्री झंडे जी का आरोहण होगा। उधर, सोमवार की शाम को गिलाफ सिलाई का काम भी लगभग पूरा हो गया। बुधवार को सबसे पहले पुराने श्री झंडे जी को उतारा जाएगा। इसके बाद नए झंडे जी को दही, घी, गंगाजल आदि से स्नान कराकर गिलाफ चढ़ाए जाएंगे।
श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज संगत को दर्शन देंगे। इसके बाद शाम करीब चार बजे श्री झंडे जी का आरोहण किया जाएगा। श्री झंडे जी मेला प्रबंधक समिति के मुख्य व्यवस्थापक मधुसूदन सेमवाल ने बताया कि मेले के लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है।
श्री झंडे जी मेले के लिए श्री दरबार साहिब में मंगलवार से मेला थाना व अस्पताल शुरू हो जाएगा। इसके लिए पुलिस ने तैयारी कर ली है। मेले में निरीक्षक, उप निरीक्षक समेत करीब 150 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक चंद्रभान सिंह अधिकारी ने बताया कि मेले में कड़ी सुरक्षा रहेगी।
यह है झंडा मेला का ऐतिहासिक महत्व
सिखों के सातवें गुरु श्री गुरु हर राय के बड़े पुत्र श्री गुरु राम राय महाराज का जन्म सन 1646 में पंजाब के कीरतपुर के होशियारपुर जिले में हुआ था। उन्होंने देहरादून को अपनी तपस्थली चुना और दरबार साहिब में लोक कल्याण के लिए विशाल झंडा लगाकर श्रद्धालुओं को ध्वज से आशीर्वाद लेने का संदेश दिया था। होली के पांचवें दिन चैत्रवदी पंचमी को श्री गुरु राम राय महाराज के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है और इसी दिन से झंडा मेला का आयोजन किया जाता है।