Dehradun Milap : सनातन धर्म में शादी-ब्याह या किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले शुभ मुहूर्त देखना अनिवार्य माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, देवउठनी एकादशी से विवाह के शुभ समय का प्रारंभ होता है, जब शहनाइयां गूंजने लगती हैं। अब नवंबर का महीना आने वाला है, जिसमें शुभ विवाह मुहूर्त फिर से शुरू हो जाएंगे।
चातुर्मास के कारण सितंबर और अक्टूबर में विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं होता है। लेकिन देवउठनी एकादशी के पावन दिन के बाद, भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं, और इसके साथ ही शादियों का सीजन फिर से शुरू हो जाता है।
सनातन धर्म में मान्यता है कि देवशयनी एकादशी से भगवान विष्णु चार महीनों के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं। इसके बाद, देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु जागते हैं और इसी दिन से शुभ कार्यों का शुभारंभ होता है। अब जानते हैं कि नवंबर 2024 में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त कौन-कौन से हैं।
देवउठनी एकादशी 2024 तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष देवउठनी एकादशी का पर्व 12 नवंबर को है, जबकि 13 नवंबर को तुलसी विवाह मनाया जाएगा। इन तिथियों से सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है। नवंबर महीने में विवाह के लिए कुल 11 शुभ मुहूर्त हैं: 12, 13, 16, 17, 18, 22, 23, 25, 26, 28, और 29 तारीखें विशेष रूप से शुभ मानी गई हैं। आइए, इन तिथियों के शुभ मुहूर्त को विस्तार से समझते हैं।
नवंबर 2024 में विवाह के शुभ मुहूर्त: – 12 नवंबर (मंगलवार) – मुहूर्त: सायं 4:04 से सायं 7:10 तक – नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद – तिथि: द्वादशी
– 13 नवंबर (बुधवार) – मुहूर्त: दोपहर 3:26 से रात 9:48 तक – नक्षत्र: रेवती
– तिथि: त्रयोदशी – 16 नवंबर (शनिवार) – मुहूर्त: प्रातः 11:48 से अगले दिन 6:47 बजे तक – नक्षत्र: रोहिणी – तिथि: द्वितीया – 17 नवंबर (रविवार) – मुहूर्त: प्रातः 6:47 से अगले दिन 6:48 बजे तक – नक्षत्र: रोहिणी, मृगशिरा – तिथि: द्वितीया, तृतीया
– 18 नवंबर (सोमवार) – मुहूर्त: प्रातः 6:48 से 7:56 बजे तक – नक्षत्र: मृगशिरा – तिथि: तृतीया – 22 नवंबर (शुक्रवार) – मुहूर्त: रात 11:44 से अगले दिन सुबह 6:51 तक – नक्षत्र: मघा – तिथि: अष्टमी – 23 नवंबर (शनिवार) – मुहूर्त: प्रातः 6:51 से 11:42 बजे तक – नक्षत्र: मघा – तिथि: अष्टमी – 25 नवंबर (सोमवार) – मुहूर्त: रात 1:01 से अगले दिन प्रातः 6:53 तक – नक्षत्र: हस्त – तिथि: एकादशी – 26 नवंबर (मंगलवार) – मुहूर्त: प्रातः 6:53 से अगले दिन 4:35 बजे तक – नक्षत्र: हस्त – तिथि: एकादशी – 28 नवंबर (गुरुवार) – मुहूर्त: प्रातः 7:36 से अगले दिन प्रातः 6:54 तक – नक्षत्र: स्वाती – तिथि: त्रयोदशी – 29 नवंबर (शुक्रवार) – मुहूर्त: प्रातः 6:54 से 8:39 बजे तक – नक्षत्र: स्वाती –
तिथि: त्रयोदशी नोट: यह सूचना इंटरनेट पर उपलब्ध मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है। बोल्डस्काई लेख से संबंधित किसी भी इनपुट या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी और धारणा को अमल में लाने या लागू करने से पहले कृपया संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।