Dehradun Milap : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना में शामिल ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट 2025 दिसंबर तक पूरा करने का दावा रेल विकास निगम ने किया है. 2026 से यात्री ट्रेन से कर्णप्रयाग तक सफर कर सकेंगे ऐसी उम्मीद जताई जा रही है.
इस संबंध में रेल विकास निगम लिमिटेड के परियोजना निदेशक अजीत सिंह यादव ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर प्रेस वार्ता की. इस दौरान अजीत सिंह यादव ने बताया 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन पर लगातार कार्य तेजी से चल रहा है. अब तक 104 किलोमीटर लंबी सुरंग में से 75 किलोमीटर की सुरंग का कार्य पूरा कर लिया गया है. अन्य सुरंगों में खनन और खुदाई का काम तेजू से चालू है, जो 73% तक रेल विकास निगम की ओर से पूरा किया गया है.
उन्होंने बताया लगातार आ रही दिक्कतों और चुनौतियों के बावजूद रेल विकास निगम महत्वपूर्ण योजना को जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश में लगा है. वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार वर्ष 2025 तक ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट का पूरा काम कर लिया जाएगा. 2026 से ऋषिकेश कर्णप्रयाग के बीच ट्रेन दौड़नी शुरू हो जाएगी. उन्होंने बताया जहां-जहां रेलवे की लाइन बिछाई जा रही है. वहां पर ग्रामीणों के साथ वार्ता कर उनकी समस्याओं का समाधान भी किया जा रहा है. जनहित में रेल विकास निगम की ओर से कई महत्वपूर्ण कार्य सीएसआर मद से भी किये जा रहे हैं. जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान हो रहे हैं.
उन्होंने बताया टिहरी में 232 लाख रुपए की लागत से मधुमक्खी पालन का कार्य कराया जा रहा है. रुद्रप्रयाग में निराश्रित गायों के लिए 20 लाख रुपए दिए गए हैं. श्रीनगर में जीआईसी के लिए 6.38 लाख, केदारनाथ धाम को विकसित करने के लिए 1066 लाख, ड्रग एक्सयूज के लिए 20 लाख, राज्य के स्कूलों की सुरक्षा के लिए 12.54 लाख और रुद्रप्रयाग में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षित करने के लिए 8 लाख दिए हैं. कुल मिलाकर 1364.92 लाख रुपए जनहित के कार्यों में रेल विकास निगम ने लगाए हैं.