Dehradun Milap : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में अठाली गांव को पहला सोलर विलेज बनाया जा रहा है। इसके लिए प्रशासन की ओर से प्लानिंग तैयार की गई है।
ग्रामीणों को सोलर के साथ मुफ्त बिजली भी दी जाएगी। इसके लिए अठाली गांव को सोलर विलेज के रूप में विकसित करने की योजना पर काम शुरू हो गया है।
अठाली गांव में सोलर ऊर्जा और अन्य माइक्रो ग्रिड सुविधाओं की सुविधा प्रदान की जाएगी। सोलर ऊर्जा के माध्यम से ग्रामीणों की आजीविका को सुचारु रूप से चलाने के लिए भी विशेष प्रयास किए जाएंगे, जिससे स्थानीय समुदाय की आर्थिक स्थिति में सुधार किया जा सके। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) जयकिशन ने अठाली गांव को सोलर विलेज के रूप में विकसित करने के लिए उरेडा और अन्य संबंधित विभागों के साथ एक बैठक की। उन्होंने बताया कि सोलर ऊर्जा की योजना पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुँचाती और 24 घंटे उपलब्ध रहती है।
कहा कि अठाली गांव को सोलर विलेज में परिवर्तित करने के तहत ग्राम सभा को पूरी तरह से सोलर लाइट, पंखे और ऊर्जा संरक्षण के लिए माइक्रो ग्रिड की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इस योजना के तहत गांव को बिजली सप्लाई के साथ-साथ ग्रिड से जुड़ी विद्युत आपूर्ति की जाएगी, जिससे ग्रामीणों को आय के नए अवसर मिलेंगे। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत अठाली गांव में सोलर वाटर हीटर, दूध पैकेजिंग और अन्य सुविधाओं को भी शामिल किया जाएगा।
क्या होते हैं सोलर विलेज
गांव में स्वच्छ ऊर्जा परियोजना के तहत जमीन पर एक सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया जाता है। सभी आवासीय एवं सरकारी इमारतों की छतों पर सौर पैनल लगाए जाते हैं। सभी पैनल बैटरी ऊर्जा संरक्षण प्रणाली के जरिये आपस में जुड़े रहते हैं। हर मकान को इसी से बिजली की आपूर्ति होती है। यानी यह गांव खुद अपने इस्तेमाल की बिजली बनाता है। इस योजना के कारण घरों में बिजली के बिल जीरो हो जाते हैंं।