Dehradun Milap : उत्तराखंड के 15 लाख 84 हजार घरों पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने का लक्ष्य है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के बाद उपभोक्ता मोबाइल की तरह बिजली का भी रिचार्ज करा सकेंगे। जिससे बिलों की समस्या खत्म हो जाएगी और सारी जानकारी मोबाइल एप पर उपलब्ध होगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस योजना की शुरुआत कर दी है। जिसमें प्रदेश में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगवाने वाले बिजली उपभोक्ताओं को मौजूदा दरों में चार प्रतिशत की छूट का लाभ मिलेगा।
स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली बिल जमा करने की परेशानी खत्म हो जाएगी, क्योंकि उपभोक्ताओं को मोबाइल की तरह रिचार्ज करना होगा। प्रदेश में 15 लाख 84 हजार घरों पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने का लक्ष्य है। इसके अलावा 59,212 ट्रांसफार्मर और 2,602 फीडरों पर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य भी जारी है। यूपीसीएल का दावा है कि यह योजना उपभोक्ताओं के लिए एक वरदान साबित होगी। स्मार्ट प्रीपेड मीटर से उपभोक्ता मोबाइल की तरह बिजली का रिचार्ज कर सकेंगे, जिससे बिलों की समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी।
उपभोक्ताओं को रिचार्ज खत्म होने से पहले ही एसएमएस द्वारा सूचित कर दिया जाएगा। वे कभी भी अपने बिजली खर्च की जानकारी मोबाइल एप के जरिए देख सकेंगे, जिससे वे बिजली उपयोग पर बेहतर नियंत्रण रख सकेंगे। इससे लाइन हानियों में भी कमी आएगी।
यूपीसीएल मुख्यालय में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां सभी उपभोक्ताओं के बिजली खर्च का डेटा लगातार अपडेट रहेगा। उपभोक्ताओं के खर्च के अनुसार कनेक्शन का लोड भी बढ़ाया जा सकेगा। रिचार्ज खत्म होने पर कुछ समय तक बिजली आपूर्ति जारी रहेगी और उसके बाद खुद ही बिजली बंद हो जाएगी। स्मार्ट प्रीपेड मीटर के फायदे बिजली उपभोक्ताओं को मौजूदा दरों में चार प्रतिशत की छूट का लाभ मिलेगा। उपभोक्ता मोबाइल की तरह बिजली का रिचार्ज कर सकेंगे। बिलों की समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। उपभोक्ताओं को रिचार्ज खत्म होने से पहले ही एसएमएस द्वारा सूचित कर दिया जाएगा।