Dehradun Milap : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जनवरी को उत्तराखंड आ रहे हैं। इस दिन पीएम मोदी राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ करेंगे। साथ ही पीएम मोदी शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने के लिए शीतकाल प्रवास स्थल मुखबा या खरसाली भी जा सकते हैं।
एक दिवसीय कार्यक्रम में पीएम मोदी 5 से 6 घंटे उत्तराखंड में बिताएंगे। इस दौरान पीएम मोदी केदारनाथ व बद्रीनाथ के निर्माण एवं विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। माना जा रहा है कि पीएम मोदी वाइब्रेंट विलेज या मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा जाएंगे।
मुखबा गांव के जरिए पीएम मोदी एक साथ कई संदेश दे सकते हैं। पीएम मोदी पहले भी हर्षिल से इस तरह का संदेश दे चुके हैं। इन जगहों की खूबसूरती और वाइब्रेंट विलेज योजना के अहम पड़ाव हैं। बता दें कि पीएम मोदी ने हर्षिल समेत इन घाटियों में लंबा समय बिताया है। पीएम मोदी खुद इन जगहों का जिक्र कर चुके हैं। यहां एकांत में समय बिताना और देश की समसमायिकी दृष्टि से संवेदनशील होने की वजह से ये स्थल मोदी के लिए हमेशा करीब रहे हैं। मुखबा गांव पर्यटन के लिहाज से भी खास लोकप्रिय है। यहां 6 माह शीतकाल में मां गंगा की पूजा होती है। इस दौरान सेमवाल और अन्य परिवार बर्फ में भी डटे रहते हैं। जो कि सीमा प्रहरियों की तरह मोर्चा संभाले रहते हैं।
इसके बाद चाइना बॉर्डर होने से ये गांव बॉर्डर पर होने की वजह से काफी महत्वपूर्ण भूमिका में हैं। बता दें कि सीएम धामी चार धाम यात्रा की शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने के लिए लगातार पहल कर रहे हैं। ऐसे में सीएम धामी ने पीएम मोदी को शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने के लिए शीतकालीन प्रवास स्थलों पर पहुंचने का निवेदन किया है।
पीएम मोदी ने भी सीएम को सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। जिसके बाद से शासन स्तर से लेकर प्रशासन स्तर तक तैयारियां शुरू हो गई हैं। माना जा रहा है कि पीएम मोदी 5 से 6 घंटे के अपने उत्तराखंड दौरे में शीतकाल प्रवास स्थल पहुंचेंगे। इस दौरान पूजा पाठ का कार्यक्रम और लोगों से मिलने का भी कार्यक्रम तैयार करने में जुटे हैं। हालांकि काफी कुछ मौसम पर भी निर्भर करेगा।