हायर एजुकेशन संस्थानों की एक्रेडिटेशन प्रक्रिया को लेकर संसदीय पैनल ने गंभीर चिंता जताई है। पैनल का कहना है कि नैक द्वारा किया जाने वाला मूल्यांकन बेहद लंबा, जटिल और गैर-जरूरी ब्यूरोक्रेसी से भरा है, जिसकी विश्वसनीयता को तुरंत सुधारने की आवश्यकता है।
एक संसदीय पैनल ने हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन्स (HEIs) की एक्रेडिटेशन और री-एक्रेडिटेशन प्रक्रिया को लेकर टिप्पणी की है। पैनल का कहना है कि NAAC की मौजूदा प्रक्रिया बहुत लंबी, अत्यधिक ब्यूरोक्रेटिक और काफी कठिन है, इसलिए इसमें तुरंत सुधार किए जाने चाहिए। साथ ही, उन्होंने कहा कि NAAC की विश्वसनीयता (credibility) जो हाल के समय में प्रभावित हुई है, उसे जल्द से जल्द फिर से बहाल किया जाना चाहिए।
इसके अलावा, कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह की अध्यक्षता वाली एजुकेशन, महिला, बच्चे, युवा और खेल से संबंधित स्टैंडिंग कमिटी ने UGC में नेतृत्व की कमी का भी जिक्र किया है। कमिटी ने सिफारिश की है कि UGC के लिए नया चेयरपर्सन बिना देर किए नियुक्त किया जाए, ताकि संस्थान बेहतर तरीके से अपना काम कर सके।
