दिल्ली के एनएलयू में प्रवेश के लिए आयोजित एआईएलईटी 2026 परीक्षा सफलतापूर्वक संपन्न हुई। परीक्षा का स्तर आसान से मध्यम था और पिछले वर्ष के स्तर के लगभग समान था।
समग्र कठिनाई स्तर
प्रश्नपत्र संतुलित और समझने योग्य था, संरचना या प्रश्नों के प्रकार के मामले में कोई बड़ा आश्चर्य नहीं था। अच्छी तैयारी वाले उम्मीदवारों के लिए अधिकांश अनुभाग अंक दिलाने वाले थे; हालांकि, सामान्य ज्ञान अनुभाग मुख्य निर्णायक कारक बनकर उभरा और रैंकिंग निर्धारित करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रहने की उम्मीद है।
अनुभागवार विश्लेषण
अंग्रेजी भाषा
अंग्रेजी भाषा का खंड आसान था, जिसमें पठन बोध, शब्दावली और व्याकरण पर आधारित सीधे-सादे प्रश्न थे। नियमित तैयारी करने वाले उम्मीदवार अच्छी सटीकता के साथ बड़ी संख्या में प्रश्नों को हल करने में सक्षम थे।
तार्किक तर्क
तार्किक तर्क अनुभाग के प्रश्न आसान से मध्यम स्तर के थे और निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप ही थे। प्रश्न निम्नलिखित विषयों से पूछे गए थे:
न्यायशास्त्र,
रक्त संबंध,
कोडिंग-डिकोडिंग,
श्रृंखला और पैटर्न आधारित तर्क।
इसके अतिरिक्त, लगभग चार प्रश्न कानूनी सिद्धांत-तथ्य अनुप्रयोग पर आधारित थे, जिनमें कानूनी संदर्भों में उम्मीदवारों की तार्किक व्याख्या क्षमता का परीक्षण किया गया।
सामान्य ज्ञान:
सामान्य ज्ञान अनुभाग आसान से मध्यम स्तर का था, हालांकि कई छात्रों को यह थोड़ा कठिन लगा, जिससे यह निर्णायक कारक साबित हुआ। हालांकि कई प्रश्न सीधे थे, स्थिर सामान्य ज्ञान और समसामयिक मामलों के मिश्रण ने कुछ उम्मीदवारों के लिए चुनौतियां खड़ी कीं।
समग्र कठिनाई स्तर, छात्रों की प्रतिक्रिया और पिछले वर्ष के रुझानों के आधार पर, AILET 2026 के लिए संभावित कट-ऑफ 150 में से लगभग 120 अंक रहने की संभावना है। संदर्भ के लिए, पिछले वर्ष NLU दिल्ली की अंतिम रैंक AIR 61 थी, जो सीमित सीटों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा को दर्शाती है। निष्कर्षतः, AILET 2026 को छात्रों के लिए अनुकूल परीक्षा कहा जा सकता है, जहाँ सटीकता, संयम और सामान्य ज्ञान की अच्छी तैयारी अंतिम रैंकिंग में निर्णायक भूमिका निभाएगी।
देहरादून में इस परीक्षा की योजना दून यूनिवर्सिटी में किया गया जिसमें 290 छात्रों ने प्रतिभाग किया लॉ प्रेप ट्यूटोरियल देहरादून के निदेशक श्री एस. एन. उपाध्याय ने छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकमनाये दी
सभी छात्रों को शुभकामनाएं!
