Dehradun Milap : दिवाली को लेकर प्रशासन स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसमें सबसे ज्यादा फोकस आतिशबाजी और पटाखे की दुकानों को लेकर रहता है। ऐसे में इस बार राजधानी देहरादून प्रशासन ने बड़ा फैसला लेते हुए इस बार संकरी गलियों की जगह खुले मैदान में पटाखे बेचे जा सकते हैं। इसके लिए सख्ती से आदेश का पालन करने का निर्देश दिए गए है।
देहरादून में दिवाली को लेकर जिला प्रशासन ने पहल करते हुए पटाखे की दुकानों के लिए व्यापारियों के साथ सहमति बनाई है। इस बार शहर में रेंजर्स ग्राउण्ड, हिंदू नेशनल इन्टर कॉलेज और पुराना बस अड्डा सार्वजनिक पटाखों की दुकान लगाने के लिए स्थान चिन्हित किये गए है।
उन्होंने कहा कि विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी पल्टन बाजार-कोतवाली से घण्टाघर तक, धामावाला बाजार-कोतवाली से आढतबाजार चौक तक, मोतीबाजार में पल्टन बाजार से पुरानी सब्जीमण्डी, (हनुमान चौक तक), हनुमान चौक -झण्डा मौहल्ला, रामलीला बाजार-बैण्ड बाजार तक, आनन्द चौक से लक्ष्मण चौक तक, डिस्पेंसरी रोड का सम्पूर्ण क्षेत्र, घण्टाघर चकराता रोड पर हनुमान मन्दिर तक, सर्वे चौक से डीएवी पीजी कालेज देहरादून जाने वाली रोड़, करनपुर मुख्य बाजार (भीड़भाड़ वाला क्षेत्र), के अलावा ऐसे स्थान जो संकीर्ण क्षेत्र/गलियां जहां अग्निशमन वाहन का वाटर टैंक न पंहुच सकता हो आतिशबाजी लाईसेंस के लिए प्रतिबन्धित रहेंगे। इन क्षेत्रों में दुकान लगी हुई पाये जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध जुर्माने के साथ ही सामग्री जब्त करते हुए कानूनी कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने कहा कि 10 से 14 नवम्बर 2023 तक 05 दिन तक पटाखों की बिक्री की जायेगी और आज से ही लाईसेंस के लिए आवेदन किये जा सकते है। लाईसेंस शुल्क 700 रुपए रहेगा। जिलाधिकारी ने व्यापार संगठनों के पदाधिकारियों को बताया कि आतिशवाजी बिक्री के लिए सिंगल विडों सिस्टम के तहत उपजिला मजिस्ट्रेट कार्यालयों से लाईसेंस निर्गत करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। उन्होंने सभी व्यापारियों को अतिशबाजी की विक्री के लिए निर्धारित स्थल पर आंवटित क्षेत्र के लिए चार्ज भी देना होगा। साथ धनतेरस से दिवाली तक शहर के मुख्य बाजारोें पुलिस गश्त करती रहेगी।